Monday, October 15, 2018

"विभोम-स्वर" का वर्ष : 3, अंक : 11 त्रैमासिक : अक्टूबर-दिसम्बर 2018

मित्रो, संरक्षक तथा प्रमुख संपादक सुधा ओम ढींगरा Sudha Om Dhingra एवं संपादक पंकज सुबीर Pankaj Subeer के संपादन में वैश्विक हिन्दी चिंतन की त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका "विभोम-स्वर" का वर्ष : 3, अंक : 11 त्रैमासिक : अक्टूबर-दिसम्बर 2018 संपादकीय, मित्रनामा, साक्षात्कार, रेखा राजवंशी Rekha Rajvanshi के साथ सुधा ओम ढींगरा की बातचीत, कथा कहानी- नाच-गान- उर्मिला शिरीष Urmila Shirish , बर्फ के आँसू- डॉ.पुष्पा सक्सेना Pushpa Saxena , गहरे तक गड़ा कुछ- डॉ. रमाकांत शर्मा Ramakant Sharma , तुरपाई- वीणा विज ‘उदित’ Veena Vij , आहटें- सुदर्शन प्रियदर्शिनी @sudershan priyadarshini , अब मैं सो जाऊँ...- डॉ. गरिमा संजय दुबे DrGarima Sanjay Dubey , बस एक अजूबा- नीलम कुलश्रेष्ठ Neelam Kulshreshtha , मजनू का टीला- नीरज नीर Neeraj Neer । लघुकथाएँ ममता- डॉ. आर बी भण्डारकर Dr-rb Bhandarkar , अनन्य भक्त, गोरैया प्रेम, -सुभाष चंद्र लखेड़ा Subhash Chandra Lakhera , पश्चाताप, मुर्दों के सम्प्रदाय- डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी Chandresh Kumar Chhatlani , करेले की बेल- किशोर दिवसे Kishore Diwase , रक्षा-बंधन- विश्वम्भर पाण्डेय ‘व्यग्र’ , और वह लौट गया- मुरलीधर वैश्णव Murlidhar Vaishnav । भाषांतर संतरा- पोलिश कहानी - वलेरियन डोमेंस्की, अनुवादक- मलय जैन Maloy Jain , जे. तेकुरा मेसन- अनुवादक- डॉ. अमित सारवाल Amit Sarwal । व्यंग्य भाया बजाते रहो- स्वाति श्वेता Swati Shweta । दृष्टिकोण- चिन्तन के पल- शशि पाधा Shashi Padha। व्यक्ति विशेष मुंशी हीरालाल जी जालोरी- मंजु ‘महिमा’ Manju Mahima । शहरों की रूह चिनार ने कहा था- मुरारी गुप्ता Murari Gupta। ग़ज़लें अनिरुद्ध सिन्हा Anirudh Sinha , शिज्जु शकूर Shijju Shakoor , नुसरत मेहदी Nusrat Mehdi । दोहे डॉ. गोपाल राजगोपाल Gopal B Rajgopal । कविताएँ जालाराम चौधरी Jala Ram Choudhary , गीता घिलोरिया Gita Ghiloria , रोहित ठाकुर Rohit Thakur , पंखुरी सिन्हा Pankhuri Sinha , प्रीती पांडे @preeti pande , केशव शरण Keshav Sharan । नवगीत शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’ Shivanand Singh Sahyogi , गरिमा सक्सेना Garima Saxena , सोनरूपा विशाल Sonroopa Vishal । समाचार सार बिलासपुर में राष्ट्रीय व्यंग्य महोत्सव प्रेम जनमेजय , ‘चारों ओर कुहासा है’, का लोकार्पण Raghuvir Sharma , ‘नए समय का कोरस’ पर चर्चा Rajni Gupt , मदारीपुर जंक्शन पर चर्चा आयोजित Balendu Dwivedi , व्यंग्य की कलम से आयोजन Farooq Afridy Jaipur , मुंबई में साहित्य समारोह, अनिल शर्मा की पुस्तक का लोकार्पण, चलो, रेत निचोड़ी जाए, आचार्य देवेन्द्रनाथ शर्मा शताब्दी समारोह Jawahar Karnavat , ‘सृजन संवाद’ की हीरक जयंति, ‘नव अर्श के पांखी’ का विमोचन, हिंदी कार्यशाला, ‘अभिनव प्रयास’ काव्य समारोह Ashok Anjum , अर्चना नायडू सम्मानित Archana Nayudu , अशोक मिज़ाज की चुनिंदा ग़ज़लें Ashok Mizaj Badr , सुँदर काण्ड : भावनुवाद Lavanya Shah , ‘ओम फट फटाक’ का लोकार्पण , पूरन सिंह को दलित अस्मिता सम्मान Puran Singh , डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी को लमही सम्मान Gyan Chaturvedi Vijai Rai , शांतिलाल जैन को सम्मान Shantilal Jain । आख़िरी पन्ना
आवरण चित्र राजेंद्र शर्मा Babbal Guru डिज़ायनिंग सनी गोस्वामी Sunny Goswami Shaharyar Amjed Khan , आपकी प्रतिक्रियाओं का संपादक मंडल को इंतज़ार रहेगा। पत्रिका का प्रिंट संस्क़रण भी समय पर आपके हाथों में होगा।

अंक को यहाँ ऑनलाइन पढ़ें अथवा डाउनलोड करें-

https://www.slideshare.net/vibhomswar/vibhom-swar-october-december-2018-web

https://issuu.com/vibhomswar/docs/vibhom_swar_october_december_2018_w

वेबसाइट से डाउनलोड करें
http://www.vibhom.com/vibhomswar.html
फेस बुक पर
https://www.facebook.com/Vibhomswar
ब्लाग पर
http://vibhomswar.blogspot.in/

No comments: